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पंडित अनन्त शर्मा
संक्षिप्त-परिचय
नाम - पं. अनन्त शर्मा
जन्म - अनन्त चतुर्दशी, 6 सितम्बर 1930
मृत्यु - दिनांक 15.9.2022
अध्ययन - साहित्याचार्य महाराजा संस्कृत कॉलेज
कार्यानुभव
- सन् 1951 से 1988 पर्यन्त विभिन्न राजकीय महाविद्यालयों में अध्ययन ।
- सन् 2006 नवम्बर से ‘जगद्गुरु रामानन्दाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय’ जयपुर के ‘‘महात्मा रामचन्द्र वीरधर्मसंस्कृति पीठ एवं भट्ट मथुरानाथ शास्त्री साहित्य पीठ’’ का अध्यक्षत्व ।
- सन् 2018 में विश्वगुरु आश्रम शोध संस्थान में ‘वेद पुराण स्मृति शोधपीठ’ के पीठाचार्य।
कृतित्व -
पुराणों का व्याख्यात्मक अनुवाद, वैज्ञानिक टिप्पणीयों की मौलिकता से संवलित, राजस्थान पत्रिका में भागवत पीयूष तथा वायुपुराण प्रकाशित ।
श्रृंखला में प्रकाशित विशिष्ट निबन्ध, इसके अतिरिक्त-स्वतन्त्र-अनेक निबन्ध राजस्थान पत्रिका रविवारीय में प्रकाशित ।
जोधपुर विश्वविद्यालय पं. मधुसूदन ओझा शोध प्रकोष्ठ जोधपुर से प्रकाशित -1. अपरवाद, 2. व्योमवाद, 3. आवरणवाद, 4. अम्भोवाद तथा अत्रिख्याति, इनका अनुवाद, विश्लेषण सैकडों टिप्पणियों के साथ ।
वैदिक पुस्तकालय, दयानन्द आश्रम , केसरगंज अजमेर से प्रकाशित वैदिक कोष (निघण्टुमणिमाला-विद्यावाचस्पति पं. मधुसूदन ओझाकृत) की भूमिका : वैदिक कोष एक परिचय ।
भगवान राम, भगवान कृष्ण, चाणक्य, आद्य शंकराचार्य, आर्यभट्ट, वराहमिहिर आदि के काल निर्धारण एवं अन्य शताधिक लेख ।
राजस्थान संस्कृत अकादमी, जयपुर से प्रकाशित पुस्तके : १. महाभारतीययुद्धोत्तर भारत की ऐतिहासिक काल-गणना, २. महाभारत दर्शन समग्र दृष्टि, ३. भारतीय संख्यानामों तथा अङ्कों की ऐतिहासिक विश्वविभूति।
विश्वगुरुदीप आश्रम शोध संस्थान, जयपुर से अनुसंधान लेख - १. ऋग्वेद यजुर्वेद के पुरूषसूक्त पर एक चिंतन, २. भारतीय ऐतिह्यसाक्ष्य में भारत में आर्य अभियान कल्पना मात्र, ३. स्व-देश परिचय, ४. संस्कृति का स्रोत भारत का प्राचीन वाङ्मय, ५. पुराण वाङ्मय में राष्ट्र तथा समाज की अवधारणा, ६. कौटिल्य अर्थशास्त्र भू वन्दना की सनातन आर्षदृष्टि, ७. सर्वविध पतनमहान
अध्ययन का विशिष्ट क्षेत्र - वेद, ब्राह्मण, आरण्यकोपनिषद्, इतिहास, पुराण, आयुर्वेद, ज्योतिष, भाषा-विज्ञान, धर्मसंस्कृति एवं इतिहास में यथार्थकालानुसन्धान ।